विकीलीक्स की ओर से जारी अमेरिकी कूटनीतिक केबलों के मुताबिक, लोगों की ओर से बार-बार यह पूछे जाने के बाबत कि उन्होंने देश के शीर्ष पद को क्यों नहीं स्वीकार किया, सोनिया ने 2006 में नई दिल्ली आयी कैलिफोर्निया की प्रथम महिला मारिया श्राइवर से कहा था, ‘मुझसे अक्सर यह पूछा जाता है, लेकिन लोगों से कहिए कि किसी दिन मैं एक किताब लिखूंगी जिसमें पूरी कहानी बयान की जाएगी.’
वर्ष 2006 में भेजे गए इस केबल में सोनिया और कैलिफोर्निया के गवर्नर आर्नोल्ड श्वारजेनेगर की पत्नी मारिया के बीच हुई बातचीत का विवरण है. इस केबल का शीषर्क ‘मारिया श्राइवर के सामने राज खोलतीं गपियाती सोनिया गांधी’ है.
बैठक का ब्यौरा देते हुए केबल में सोनिया के बारे में कहा गया है कि वह सिर्फ इतना ही कहेंगी कि उन्हें यह अच्छा लगा कि कोई और प्रधानमंत्री बना और उन्हें अपने फैसले पर अफसोस नहीं. केबल के मुताबिक, ‘श्राइवर ने श्रीमती गांधी को उनकी प्रतिबद्धता के लिए बधाई दी और उन्हें ‘साहसी’ करार दिया.’ लीक हुए केबल में कहा गया है, ‘करन सिंह के कहने पर सोनिया ने इस बारे में बात की और कहा कि वह काफी दबाव में थी क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता काफी निराश थे. चूंकि उन्होंने उनके लिए मतदान किया था और पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ था, ऐसे में वे यह नहीं समझ पा रहे थे कि पार्टी अध्यक्ष के तौर पर वह पद क्यों नहीं ग्रहण कर रहीं.’
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