December 19, 2010

नए वर्ष में लिखेंगे विकास की नई कहानी: नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नए साल में बिहार में विकास की नयी कहानी लिखी जाएगी. राजगीर के किला मैदान में तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव का उद्घाटन करते हुए नीतीश ने कहा कि नए साल में बिहार में विकास की नयी कहानी लिखी जाएगी.

नीतीश ने कहा कि बिहार की तरक्की एवं उन्नति करना हमारा दायित्व है और जल्द ही बिहार विकास में तेजी से आगे बढ़ेगा ताकि इस प्रदेश के वासी अपने कर्म से बिहारी कहलाएं. राजगीर महोत्सव का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा कि इस महोत्सव को और विकसित किया जाएगा तथा राजगीर दुनिया के नक्शे पर जाना जाए इसके लिए विशेष प्रयास किया जाएगा.

राजगीर के ऐतिहासिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए नीतीश ने कहा कि यह स्थल सूफी-संतों की स्थली है यहां से शांति का संदेश पूरी दुनिया में गया है. नीतीश ने लोगों से यहां के महत्व को जानने और संतों के मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेने की अपील की. उन्होंने नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय शीघ्र अस्तित्व में आ जाएगा और कहा कि वे इसके लिए नई दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से भेंट करेंगे.

प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिए अपनी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए नीतीश ने कहा कि वर्ग एक से लेकर नवमें वर्ग तक के बच्चों को ड्रेस दिया जाएगा तथा नवमीं वर्ग से बारहवीं वर्ग के बच्चों को एक हजार रूपया ड्रेस के लिए दिया जाएगा.

प्रधानमंत्री पद ठुकराने के बारे में किताब लिखेंगी सोनिया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक किताब लिखने का वादा किया है जिसमें 2004 के आम चुनावों में जीत हासिल करने के बाद आए तनाव से भरे उस वक्त का जिक्र होगा जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद ठुकराकर मनमोहन सिंह के हाथों में देश की बागडोर सौंप दी थी.

विकीलीक्स की ओर से जारी अमेरिकी कूटनीतिक केबलों के मुताबिक, लोगों की ओर से बार-बार यह पूछे जाने के बाबत कि उन्होंने देश के शीर्ष पद को क्यों नहीं स्वीकार किया, सोनिया ने 2006 में नई दिल्ली आयी कैलिफोर्निया की प्रथम महिला मारिया श्राइवर से कहा था, ‘मुझसे अक्सर यह पूछा जाता है, लेकिन लोगों से कहिए कि किसी दिन मैं एक किताब लिखूंगी जिसमें पूरी कहानी बयान की जाएगी.’

वर्ष 2006 में भेजे गए इस केबल में सोनिया और कैलिफोर्निया के गवर्नर आर्नोल्ड श्वारजेनेगर की पत्नी मारिया के बीच हुई बातचीत का विवरण है. इस केबल का शीषर्क ‘मारिया श्राइवर के सामने राज खोलतीं गपियाती सोनिया गांधी’ है.

बैठक का ब्यौरा देते हुए केबल में सोनिया के बारे में कहा गया है कि वह सिर्फ इतना ही कहेंगी कि उन्हें यह अच्छा लगा कि कोई और प्रधानमंत्री बना और उन्हें अपने फैसले पर अफसोस नहीं. केबल के मुताबिक, ‘श्राइवर ने श्रीमती गांधी को उनकी प्रतिबद्धता के लिए बधाई दी और उन्हें ‘साहसी’ करार दिया.’ लीक हुए केबल में कहा गया है, ‘करन सिंह के कहने पर सोनिया ने इस बारे में बात की और कहा कि वह काफी दबाव में थी क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता काफी निराश थे. चूंकि उन्होंने उनके लिए मतदान किया था और पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ था, ऐसे में वे यह नहीं समझ पा रहे थे कि पार्टी अध्यक्ष के तौर पर वह पद क्यों नहीं ग्रहण कर रहीं.’

वकीलों की पहली पात्रता परीक्षा अगले साल छह मार्च को

विधि स्नातकों को अदालत में उपस्थित होने और पक्ष रखने की पात्रता प्रदान करने के उद्देश्य से बार काउंसिल आफ इंडिया छह मार्च 2011 को पहली पात्रता परीक्षा आयोजित कर रही है. इस परीक्षा का उद्देश्य विधि स्नातकों की बुनियादी समझ और न्यूनतम दक्षता का आकलन करना है जिसके लिये वह पुस्तक की मदद ले सकते है.

बार काउंसिल आफ इंडिया के एक अधिकारी ने इस आशय की जानकारी देते हुए कहा कि इस परीक्षा का उद्देश्य विधि स्नातकों की तार्किक दक्षता और बुनियादी ज्ञान की परख करने के साथ वकील के अदालत में पक्ष रखने के लिए न्यूनतम अर्हता तय करना है.

उन्होंने बताया कि परीक्षा ‘खुली पुस्तक’ की तर्ज पर होगी और छात्रों को परीक्षा में पुस्तकों, पाठ्य सामग्रियों एवं नोट्स की मदद लेने की छूट होगी. छात्रों को उत्तर का विकल्प ‘ओएमआर उत्तर पुस्तिका’ पर अंकित करना होगा.

गौरतलब है कि विधि शिक्षा समिति ने इस संबंध में आल इंडिया बार काउंसिल की अधिसूचना को मंजूरी दी थी. इसकी रूपरेखा 10 अप्रैल 2010 और 30 अप्रैल 2010 की बैठक में तैयार की गई थी.

शैक्षणिक सत्र 2009-10 से विधि स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले छात्रों से आल इंडिया बार काउंसिल की पात्रता परीक्षा में उपस्थित होने के बाद ही वकील के रूप में अदालत में उपस्थित होने की पात्रता हासिल हो सकती है.